Ashtami Vrat

अष्टमी व्रत – Ashtami Vrat

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Ashtami Vrat

हिन्दू पंचांग के अनुसार हर माह शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को दुर्गा अष्टमी का व्रत किया जाता है। इस दिन देवी दुर्गा के भक्त उनकी पूजा करते हैं और पूरे दिन उपवास रखते हैं। हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है, कहा जाता है कि मां दुर्गा के सभी रूपों की व्यवस्थित तरीके से पूजा करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। मासिक दुर्गाष्टमी को मास दुर्गाष्टमी या मासिक दुर्गाष्टमी के नाम से भी जाना जाता है। आइए जानते हैं इस मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत के महत्व और मान्यताओं के बारे में:

मासिक दुर्गा अष्टमी व्रत का महत्व
. ऐसे में इस दिन देवी दुर्गा का व्रत करने से जगदंबा माता की कृपा प्राप्त होती है.
. भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं। घर में सुख-समृद्धि आती है, सुख-समृद्धि आती है, धन-लक्ष्मी आती है।

2024 में पड़ने वाली मासिक दुर्गा अष्टमी तिथियां:
शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को श्रद्धालु शारदा दुर्गा की पूजा कर व्रत भी रखते हैं। अष्टमी पूजा आप पूजा के समय के बीच में कभी भी कर सकते हैं।

दुर्गा अष्टमी पूजा विधि

.दुर्गा अष्टमी के दिन सुबह उठकर गंगाजल डालकर स्नान करें।
. लकड़ी का पाठ लें और उस पर लाल कपड़ा बिछाएं।
. फिर मां दुर्गा के मंत्र का जाप करते हुए उनकी प्रतिमा या फोटो स्थापित करें।
. लाल या उधल के फूल, सिंदूर, अक्षत, नैवेद्य, सिंदूर, फल, मिठाई आदि से मां दुर्गा के सभी रूपों की पूजा करें।
. फिर धूप-दीप जलाकर दुर्गा चालीसा का पाठ करें और आरती भी करना न भूलें।
. इसके बाद हाथ जोड़कर उनके सामने अपनी इच्छाएं रखें।

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