Hayagriva Jayanti
भगवान हयग्रीव की जयंती जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। भगवान हयग्रीव को ज्ञान और बुद्धि का देवता माना जाता है हयग्रीव जयंती पारंपरिक हिंदू कैलेंडर के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान हयग्रीव ने सभी वेदों को ब्रह्मा को पुनर्स्थापित कर दिया था। हयग्रीव घोड़े के सिर और इंसान के शरीर के साथ भगवान विष्णु का एक अनूठा अवतार है। इस दिन को ब्राह्मण समुदाय द्वारा उपकर्म दिवस के रूप में मनाया जाता है।
हयग्रीव जयंती पूजा ध्यान मंत्र
ब्रह्मा ऋषि: । अनुष्टुप् छन्द: । श्री हयग्रीव: परमात्मा देवता ।
हकारं बीजं । यकारं शक्ति: । ग्रीवः कीलकम् ।
श्रीहयग्रीव-प्रसाद-सिद्धयर्थे जपे विनियोग: ॥
हयग्रीव पूजा मंत्र के बाद श्री हयग्रीव जी को गंध, फूल, धूप, दीप व नैवेद्य अर्पित करें। श्रद्धानुसार घी या तेल का दीपक लगाएं ।
![](https://www.divinesoul.in/wp-content/uploads/2024/08/Hayagreeva.jpg)
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