परमात्मा शब्द नहीं जो तुम्हें पुस्तक में मिलेगा,
परमात्मा मूर्ति नहीं जो तुम्हें मंदिर में मिलेगी,
परमात्मा मनुष्य नहीं जो तुम्हें समाज में मिलेगा,
परमात्मा जीवन है जो तुम्हें अपने भीतर मिलेगा। 

  • कुचजी सुचजी गुणवंती- Kuchaji Suchaji Gunvanti
    कुचजी सुचजी गुणवंती- Kuchaji Suchaji Gunvanti

    Kuchaji Suchaji Gunvanti रागु सूही महला १ कुचजी ੴ सतिगुर प्रसादि ॥ मंञु कुचजी अमावणि डोसड़े हउ किउ सहु रावणि जाउ जीउ ॥  इक दू इकि चड़ंदीआ कउणु जाणै मेरा नाउ जीउ ॥  जिन्ही सखी सहु राविआ से अ्मबी छावड़ीएहि जीउ ॥  से गुण मंञु न आवनी हउ कै जी दोस धरेउ जीउ ॥  किआ…

  • वैष्णव पापमोचनी एकादशी – Vaishnav Papamochini Ekadashi
    वैष्णव पापमोचनी एकादशी – Vaishnav Papamochini Ekadashi

    हिंदू पंचांग के अंतर्गत प्रत्येक माह की 11वीं तीथि को एकादशी कहा जाता है। एकादशी को भगवान विष्णु को समर्पित तिथि माना जाता है। एक महीने में दो पक्ष होने के कारण दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष मे तथा दूसरी कृष्ण पक्ष मे। इस प्रकार वर्ष मे कम से कम 24 एकादशी हो सकती हैं,…

  • माँ तू ही नज़र आये: भजन (Maa Tu Hi Nazar Aaye)
    माँ तू ही नज़र आये: भजन (Maa Tu Hi Nazar Aaye)

    मुँह फेर जिधर देखूं माँ तू ही नज़र आये,माँ छोड़ के दर तेरा कोई और किधर जाये ॥ गैरो ने ठुकराया अपने भी बदल गये है,हम साथ चले जिनके वो दूर निकल गये है,तेरे ही रहम पर हूँ, माँ तेरे ही रहम पर हूँ,तू बख्श या ठुकराये,बस तू ही नज़र आये,मुँह फेर जिधर देखूं मां…

  • Rakhya Dey Shabad-रक्ख्या दे शबद
    Rakhya Dey Shabad-रक्ख्या दे शबद

    Rakhya Dey Shabad ਸਿਰ ਮਸ੍ਤਕ ਰਖੵਾ ਪਾਰਬ੍ਰਹਮੰ ਹਸ੍ਤ ਕਾਯਾ ਰਖੵਾ ਪਰਮੇਸ੍ਵਰਹ ॥  ਆਤਮ ਰਖੵਾ ਗੋਪਾਲ ਸੁਆਮੀ ਧਨ ਚਰਣ ਰਖੵਾ ਜਗਦੀਸ੍ਵਰਹ ॥  ਸਰਬ ਰਖੵਾ ਗੁਰ ਦਯਾਲਹ ਭੈ ਦੂਖ ਬਿਨਾਸਨਹ ॥  ਭਗਤਿ ਵਛਲ ਅਨਾਥ ਨਾਥੇ ਸਰਣਿ ਨਾਨਕ ਪੁਰਖ ਅਚੁਤਹ ॥੫੨॥ ਘੋਰ ਦੁਖੵੰ ਅਨਿਕ ਹਤੵੰ ਜਨਮ ਦਾਰਿਦ੍ਰੰ ਮਹਾ ਬਿਖੵਾਦੰ ॥  ਮਿਟੰਤ ਸਗਲ ਸਿਮਰੰਤ ਹਰਿ ਨਾਮ ਨਾਨਕ ਜੈਸੇ ਪਾਵਕ…

  • अम्बे चरण कमल है तेरे भजन Ambe Charan Kamal Hain Tere Bhajan
    अम्बे चरण कमल है तेरे भजन Ambe Charan Kamal Hain Tere Bhajan

    Ambe Charan Kamal Hain Tere Bhajan अम्बे चरण कमल है तेरेअम्बे चरण कमल है तेरेहम भीरें हैं जनम जनम केहम भौंरें हैं जनम जनम केनिसदिन देते फेरेअम्बे चरण कमल है तेरेअम्बे चरण कमल है तेरे तू धरती जग पालन करतीअम्बर का आधार है तूसब सुख झूठे, सब दुःख झूठेइस जीवन का सार है तूतू सत्यम…

  • कहत हनुमान जय श्री राम – Kahat Hanuman Jai Shri Ram Bhajan

    Kahat Hanuman Jai Shri Ram Bhajan श्री राम जय रामजय जय रामश्री राम जय रामजय जय रामश्री राम जय रामजय जय रामश्री राम जय रामजय जय राम कहत हनुमान जय श्री रामकहत हनुमान जय श्री रामकहत हनुमान जय श्री रामकहत हनुमान जय श्री राम लगा के सिंदूर बदन पेपाने को श्री राम का प्यारमहावीर विक्रम…

  • फाल्गुन सत्यनारायण व्रत – Falgun Satyanarayan Vrat
    फाल्गुन सत्यनारायण व्रत – Falgun Satyanarayan Vrat

    हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान सत्यनारायण व्रत करने से और कथा सुनने से पुण्य फल प्राप्त होती है। श्री सत्यनारायण पूजा भगवान नारायण का आशीर्वाद लेने के लिए की जाती है जो भगवान विष्णु के रूपों में से एक हैं। इस रूप में भगवान को सत्य का अवतार माना जाता है। हालांकि सत्यनारायण पूजा करने के लिए कोई…

  • होली (होलिका दहन) – Holi (Holika Dahan)
    होली (होलिका दहन) – Holi (Holika Dahan)

    Holi Holika Dahan उत्तर भारत में, होली तीन दिनों तक मनाए जाने वाला त्यौहार है, होली रंगों के त्यौहार के नाम से प्रसिद्ध है। दिवाली के बाद, होली को हिंदू कैलेंडर का दूसरा सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। होली शब्द होलिका भक्त प्रहलाद की बुआ, राक्षस राजा हिरण्यकशिपु की बड़ी बहन से निकला है। माना जाता है कि इस त्यौहार…

  • Shri Narasimha Kavacham Mantra-श्री नृसिंह कवच मंत्र
    Shri Narasimha Kavacham Mantra-श्री नृसिंह कवच मंत्र

    Shri Narasimha Kavacham Mantra नृसिंह कवचम वक्ष्येऽ प्रह्लादनोदितं पुरा ।सर्वरक्षाकरं पुण्यं सर्वोपद्रवनाशनं ॥ सर्वसंपत्करं चैव स्वर्गमोक्षप्रदायकम ।ध्यात्वा नृसिंहं देवेशं हेमसिंहासनस्थितं॥ विवृतास्यं त्रिनयनं शरदिंदुसमप्रभं ।लक्ष्म्यालिंगितवामांगम विभूतिभिरुपाश्रितं ॥ चतुर्भुजं कोमलांगम स्वर्णकुण्डलशोभितं ।ऊरोजशोभितोरस्कं रत्नकेयूरमुद्रितं ॥ तप्तकांचनसंकाशं पीतनिर्मलवासनं ।इंद्रादिसुरमौलिस्थस्फुरन्माणिक्यदीप्तिभि: ॥ विराजितपदद्वंद्वं शंखचक्रादिहेतिभि:।गरुत्मता च विनयात स्तूयमानं मुदान्वितं ॥ स्वहृतकमलसंवासम कृत्वा तु कवचम पठेतनृसिंहो मे शिर: पातु लोकरक्षात्मसंभव:।सर्वगोऽपि स्तंभवास: फालं मे…