Author: जय सिया राम
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दामोदर अष्टकम (Damodarastakam)
Damodarastakam पवित्र कार्तिक मास में भक्तों द्वारा सबसे अधिक मनन किया जाने वाला मन्त्र। ISKCON के अनुयायी दामोदर अष्टकम का पाठ लगभग सभी प्रमुख उत्सवों पर भजते हैं।नमामीश्वरं सच्-चिद्-आनन्द-रूपंलसत्-कुण्डलं गोकुले भ्राजमनम्यशोदा-भियोलूखलाद् धावमानंपरामृष्टम् अत्यन्ततो द्रुत्य गोप्या ॥ १॥ रुदन्तं मुहुर् नेत्र-युग्मं मृजन्तम्कराम्भोज-युग्मेन सातङ्क-नेत्रम्मुहुः श्वास-कम्प-त्रिरेखाङ्क-कण्ठस्थित-ग्रैवं दामोदरं भक्ति-बद्धम् ॥ २॥ इतीदृक् स्व-लीलाभिर् आनन्द-कुण्डेस्व-घोषं निमज्जन्तम् आख्यापयन्तम्तदीयेषित-ज्ञेषु भक्तैर् जितत्वंपुनः प्रेमतस्…
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गजबदन भजन – Gajbadan Bhajan
Gajbadan Bhajan गजबदन गज़बदन गजबदन ll2ll तुम हो संकट हरण नाथ असरन सरन lसारा त्रिभुवन तुम्हे कर रहा है नमन lशिव दुलारे हो……गौरी के प्यारे सुवन..गजबदन ~गजबदन ~गजबदन गरवा उस सिंदूरा सुरु की किये हो दलन lब्रम्हा की पुत्री सिद्धि किये हो वरण lतब उसी दिन से….. सिंदूर किये हो प्रहनगजबदन ~गजबदन ~गजबदन एक दिन…
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श्री दुर्गा मन्त्र – Shri Durga Mantra
Shri Durga Mantra देवी दुर्गा हिन्दु धर्म में पूजे जाने वाले सर्वाधिक लोकप्रिय देवी-देवताओं में से एक हैं। नवरात्रि उत्सव के समय नौ दिनों तक देवी दुर्गा के नौ भिन्न-भिन्न रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है। भक्तगण, श्री देवी जी की कृपा प्राप्ति हेतु, देवी मन्त्र का जाप करते हैं। देवी देवी के कुछ अत्यन्त…
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नमो नमो भजन – (Namo Namo Bhajan)
Namo Namo Bhajan नमो नमो नमो नमो ॥ श्लोक – सतसाँच श्री निवास,आद तू रख सदा तू ही,तू ही, तू ही, तू ही, तू ही,तू ही, तू ह ॥ नमो, नमो, नमो, नमो, नमो, नमो,नमो विश्वकर्ता, नमो विघ्नहरता,नमो शांताकारम, नमो निर्विकारम ॥ नमो विश्वकर्ता, नमो विघ्नहरता,नमो शांताकारम, नमो निर्विकारम,ये धरती ये अम्बर,ये दरिया समंदरये दिलकश…
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कर्क संक्रान्ति – Karka Sankranti
Karka Sankranti हिंदू पंचांग के अनुसार, संक्रांति (Sankranti) का अर्थ है सूर्य का एक राशि से दूसरी राशि में जाना। भारत के कुछ हिस्सों में, प्रत्येक संक्रांति को एक महीने की शुरुआत के रूप में चिह्नित किया जाता है। दूसरी ओर, कुछ अन्य हिस्सों में, एक संक्रांति को प्रत्येक महीने के अंत के रूप में और अगले…
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श्री शिव गायत्री मन्त्र (Shri Shiv Gayatri Mantra)
Shri Shiv Gayatri Mantra शिव गायत्री मन्त्र भगवान शिव को समर्पित गायत्री मन्त्र है। हिन्दु धर्म में गायत्री मन्त्र को अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है। धर्मग्रन्थों में विभिन्न देवी-देवताओं को समर्पित गायत्री मन्त्र वर्णित किये गये हैं, जिनमें से शिव गायत्री मन्त्र भी एक अत्यन्त विशेष महत्वपूर्ण मन्त्र है। शिव गायत्री मन्त्र का जाप करने…
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बिगड़ी तेरी बनाएगा भजन (Bigdi Teri Banayega Bhajan)
Bigdi Teri Banayega Bhajan बिगड़ी तेरी बनाएगा,नाम गणपति का,संकट सभी मिटाएगा,नाम गणपति का,बिगड़ी बनाएगा,संकट मिटाएगा,कष्ट ना कभी तू पायेगा,जो मन से तू गाएगा,नाम गणपति का,बिगड़ी तेरी बनाएगा,नाम गणपति का ॥ मंगल मूरत मंगल कर दो,सुख समृद्धि का हमको वर दो,हाथ दया का सर पर धर दो,भक्ति अपनी आठों पहर दो,चलने को हमें सत्य डगर दो,महिमा…
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श्री राम नाम तारक (Shri Rama Nama Tarakam)
Shri Rama Nama Tarakam राम राम राम राम नाम तारकम्राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् राम राम राम राम नाम तारकम्राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम्जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम्जानकी मनोहरम सर्वलोक नायकम् शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम्शङ्करादि सेव्यमान पुण्यनाम कीर्तनम् राम राम राम राम नाम तारकम्राम कृष्ण वासुदेव भक्ति मुक्ति दायकम् वीरशूर…
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शुक्राना तेरा -Shukrana Tera
Shukrana Tera शुक्राना तेराहर पल दा, ओ दातिया, शुक्राना तेरा llजो भी, मेरे पास है वोह ll नज़राना तेराहर पल दा, ओ दातिया ll मुझ पे, हर पल, तेरी इतनी, किरपा होई llदेख के, तेरी किरपा मेरी, आँखे रोई llतूँ जाने, देने का क्या है ll बहाना तेराहर पल दा, ओ दातिया ll यह, अहसास…
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श्री महालक्ष्मी अष्टक (Shri Mahalakshmi Ashtakam)
Shri Mahalakshmi Ashtakam श्री महालक्ष्म्यष्टकम् इंद्र देव द्वारा माता महालक्ष्मी की भक्तिपूर्ण स्तुति है, जिसे पद्म पुराण मे समायोजित किया गया है। श्री शुभ ॥ श्री लाभ ॥ श्री गणेशाय नमः॥नमस्तेस्तू महामाये श्रीपिठे सूरपुजिते ।शंख चक्र गदा हस्ते महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥१॥ नमस्ते गरूडारूढे कोलासूर भयंकरी ।सर्व पाप हरे देवी महालक्ष्मी नमोस्तूते ॥२॥ सर्वज्ञे सर्ववरदे सर्वदुष्ट भयंकरी…
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तुम्हे वंदना तुम्हें वंदना भजन -(Tumhe Vandana Tumhe Vandana)
Tumhe Vandana Tumhe Vandana तुम्हे वंदना तुम्हें वंदना,हे बुद्धि के दाता,सब वेदों के ज्ञाता,तुम्हें वंदना तुम्हें वंदना ॥ एक दंत दयावंत,चार भुजा धारी,माथे पे सिंदूर सोहे,मूसे की सवारी,मैया तुम्हे बुलाए,गोरा तुम्हे बुलाए,कह कह के ललना,तुम्हें वंदना तुम्हें वंदना ॥ पान चढ़े फूल चढ़े,और चढ़े मेवा,लड्डअन का भोग लगे,संत करें सेवा,भोले बाबा तुम्हें झुलावे,शंकर बाबा तुम्हें…
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अरदास भजन (Ardaas Bhajan)
Ardaas Bhajan सारी दुनिया से हार केमैं तेरे दर पे आया हूँ ।सुनले ओ खाटू वाले श्याम,तेरे ही भरोसे आया हूँ ।हारे के हो सहारे श्याम….इसलिए मैं अरदास ले के आया हूँ ॥ मेरे श्याम बाबा,कर दो कृपा अब,ये दास तुम्हारे दर पे खड़ा है ।लहरों से डरता ,दिखे ना किनारा ,चारों तरफ़ है,घना अँधियारा…
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पकड़ लो हाथ बनवारी भजन (Pakad Lo Hath Banwari Bhajan)
Pakad Lo Hath Banwari Bhajan पकड़ लो हाथ बनवारी,नहीं तो डूब जाएंगे,हमारा कुछ ना बिगड़ेगा,तुम्हारी लाज जाएगी,पकड़ लों हाथ बनवारी,नहीं तो डूब जाएंगे ॥ धरी है पाप की गठरी,हमारे सर पे ये भारी,वजन पापो का है भारी,इसे कैसे उठाऐंगे,पकड़ लों हाथ बनवारी,नहीं तो डूब जाएंगे ॥ तुम्हारे ही भरोसे पर,जमाना छोड़ बैठे है,जमाने की तरफ…
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गायत्री जयंती – Gayatri Jayanti
Gayatri Jayanti हिंदू पंचांग के अनुसार हर साल ज्येष्ठ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को गायत्री जयंती मनाई जाती है। हिन्दू शास्त्रों में माता गायत्री को वेदों की माता कहा गया है। मां गायत्री के 10 हाथ और 5 मुख हैं। जिनमें से 4 मुख वेदों के प्रतीक हैं और पांचवां मुख सर्वशक्तिमान शक्ति…
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धूमावती 108 नाम (Dhumavati 108 Name Namavali)
देवी धूमावती की अष्टोत्तर शतनामावलीॐ धूमावत्यै नमः ।ॐ धूम्रवर्णायै नमः ।ॐ धूम्रपानपरायणायै नमः ।ॐ धूम्राक्षमथिन्यै नमः ।ॐ धन्यायै नमः ।ॐ धन्यस्थाननिवासिन्यै नमः ।ॐ अघोराचारसन्तुष्टायै नमः ।ॐ अघोराचारमण्डितायै नमः ।ॐ अघोरमन्त्रसम्प्रीतायै नमः ।ॐ अघोरमन्त्रपूजितायै नमः ।10 ॐ अट्टाट्टहासनिरतायै नमः ।ॐ मलिनाम्बरधारिण्यै नमः ।ॐ वृद्धायै नमः ।ॐ विरूपायै नमः ।ॐ विधवायै नमः ।ॐ विद्यायै नमः ।ॐ विरलद्विजायै…