Author: जय सिया राम

  • भद्रा – Bhadra

    भद्रा – Bhadra

    Bhadra भद्रा, हिंदू धर्म के अनुसार भद्रा काल को अशुभ समय माना जाता है। पंचांग के अनुसार भद्रा काल एक विशेष अवधि है जिसे अशुभ समय माना जाता है। इस दौरान किसी भी शुभ कार्य या समारोह को करने से बचने की सलाह दी जाती है। हर त्यौहार पर भद्रा काल का विशेष महत्व है।…

  • मेरे प्रभु राम आये हैं भजन – Mere Prabhu Ram Aye Hain

    मेरे प्रभु राम आये हैं भजन – Mere Prabhu Ram Aye Hain

    Mere Prabhu Ram Aye Hain राम लक्ष्मण जानकी,जय बोलो हनुमानराम लक्ष्मण जानकी,जय बोलो हनुमानसिया वर रामचंद्र की जयप्रभु रामचंद्र की जय अवध मे होरही जय जयकारमेरे प्रभु राम आये हैंअवध मे हो रही जय जयकारमेरे प्रभु राम आये हैं संग सिया लक्ष्मण को लेकरअंजनी पुत्र भी आये हैं अवध मे होरही जय जयकारमेरे प्रभु राम…

  • श्री दंदरौआ हनुमान चालीसा (Dandraua Hanuman Chalisa)

    श्री दंदरौआ हनुमान चालीसा (Dandraua Hanuman Chalisa)

    Dandraua Hanuman Chalisa जय -जय -जय हनुमान कृपाला,करो सदा संतन प्रतिपाला ॥ मंगल ,शनि को जो कोई जावै,चोला तुम्हरे अंग चढ़ावै ॥ रीझो तुम जो अधिक सदाई,मन इच्छा पूरण हो जय ॥ भक्तन हित कलयुग के राजा,राम प्रताप तिलक तुम राजा ॥ राम भक्ति अग्रणी हमेशा,सुमिरत तुमको मिटै कलेशा ॥ राम सदा वश में कर…

  • कौन लंका जला पाता भजन (Kon Lanka Jala Pata Bhajan)

    Kon Lanka Jala Pata Bhajan दोहा देख के सागर की लहरों को,वानर सब घबराये ।कैसे होगा पार ये सागर, मन ही मन सकुचाये ॥जामवंत ने बजरंगी से जाकर करी गुहारसिवा तुम्हारे कौन ये सागर कर पायेगा पार कौन लंका जला पाता,अगर हनुमान न होते ।पता न सीता का लग पाता अगर हनुमान न होते ॥…

  • श्री यमुनाष्टक (Shri Yamunashtakam)

    श्री यमुनाष्टक (Shri Yamunashtakam)

    Shri Yamunashtakam नमामि यमुनामहं सकल सिद्धि हेतुं मुदामुरारि पद पंकज स्फ़ुरदमन्द रेणुत्कटाम । तटस्थ नव कानन प्रकटमोद पुष्पाम्बुनासुरासुरसुपूजित स्मरपितुः श्रियं बिभ्रतीम ॥१॥ कलिन्द गिरि मस्तके पतदमन्दपूरोज्ज्वलाविलासगमनोल्लसत्प्रकटगण्ड्शैलोन्न्ता । सघोषगति दन्तुरा समधिरूढदोलोत्तमामुकुन्दरतिवर्द्धिनी जयति पद्मबन्धोः सुता ॥२॥ भुवं भुवनपावनीमधिगतामनेकस्वनैःप्रियाभिरिव सेवितां शुकमयूरहंसादिभिः । तरंगभुजकंकण प्रकटमुक्तिकावाकुका-नितन्बतटसुन्दरीं नमत कृष्ण्तुर्यप्रियाम ॥३॥ अनन्तगुण भूषिते शिवविरंचिदेवस्तुतेघनाघननिभे सदा ध्रुवपराशराभीष्टदे । विशुद्ध मथुरातटे सकलगोपगोपीवृतेकृपाजलधिसंश्रिते मम मनः…

  • रघुपति राघव राजाराम भजन -Raghupati Raghav Raja Ram Bhajan

    रघुपति राघव राजाराम भजन -Raghupati Raghav Raja Ram Bhajan

    Raghupati Raghav Raja Ram Bhajan रघुपति राघव राजारामपतित पावन सीताराम ॥ सुंदर विग्रह मेघश्यामगंगा तुलसी शालग्राम ॥ रघुपति राघव राजारामपतित पावन सीताराम ॥ भद्रगिरीश्वर सीतारामभगत-जनप्रिय सीताराम ॥ रघुपति राघव राजारामपतित पावन सीताराम ॥ जानकीरमणा सीतारामजयजय राघव सीताराम ॥ रघुपति राघव राजारामपतित पावन सीताराम ॥ रघुपति राघव राजारामपतित पावन सीताराम ॥ – श्री लक्ष्माचर्या

  • बजरंगबली वो भजन – Bajrangbali Vo Bhajan

    बजरंगबली वो भजन – Bajrangbali Vo Bhajan

    Bajrangbali Vo Bhajan बजरंगी बलि वो,बलि म बलि चिर छाती देखाए ना llसिया के दुलारे लंका वो, छीन म जराये ना…..बजरंगबली वो…. अंजनी के हवे लाला कर काम वो निराला,बेंदरा उछल चाल सुरुज लीले हे लाला llचढ़ -केशरीके नंदन,मारुती नंदन अखरा देखाय ये ना….सिया के दुलारे लंका वो छीन म ज़राये ना….बजरंगबली वो…. गढ़ लंका…

  • वरुथिनी एकादशी – Varuthini Ekadashi

    वरुथिनी एकादशी – Varuthini Ekadashi

    Varuthini Ekadashi हिंदू पंचांग के अंतर्गत प्रत्येक माह की 11वीं तीथि को एकादशी कहा जाता है। एकादशी को भगवान विष्णु को समर्पित तिथि माना जाता है। एक महीने में दो पक्ष होने के कारण दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष मे तथा दूसरी कृष्ण पक्ष मे। इस प्रकार वर्ष मे कम से कम 24 एकादशी हो…

  • केवट ने कहा रघुराई से  भजन (Kewat Ne Kaha Raghurai Se Bhajan)

    केवट ने कहा रघुराई से भजन (Kewat Ne Kaha Raghurai Se Bhajan)

    Kewat Ne Kaha Raghurai Se Bhajanकेवट ने कहा रघुराई से,उतराई ना लूंगा हे भगवन,उतराई ना लूंगा हे भगवन,केवट ने कहा रघुराईं से,उतराई ना लूंगा हे भगवन ॥ मैं नदी नाल का सेवक हूँ,तुम भवसागर के स्वामी हो,मैं यहाँ पे पार लगाता हूँ,तुम वहाँ पे पार लगा देना,केवट ने कहा रघुराईं से,उतराई ना लूंगा हे भगवन…

  • हनुमान जयंती – Hanuman Jayanti

    हनुमान जयंती – Hanuman Jayanti

    Hanuman Jayanti श्री हनुमान जन्मोत्सव या हनुमान जयंती श्री राम भक्त, वानर राज, वीर हनुमान जी के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है। श्री हनुमंत शक्ति और ऊर्जा के प्रतीक हैं, वह जादुई शक्तियों, भूत, प्रेत एवं बुरी आत्माओं पर विजय प्राप्त करने वाले देव के रूप मे पूजे जाते हैं। हनुमान जयंती भारत के विभिन्न…

  • अंगना पधारो महारानी – भजन (Angana Padharo Maharani Bhajan)

    अंगना पधारो महारानी – भजन (Angana Padharo Maharani Bhajan)

    Angana Padharo Maharani Bhajan अंगना पधारो महारानी,मोरी शारदा भवानी,शारदा भवानी मोरी,शारदा भवानी,करदो कृपा महारानी,मोरी शारदा भवानी,अंगना पधारो महारानी ॥ ऊँची पहड़िया पे मंदिर बनो है,मंदिर में मैया को आसन लगो है,आसन पे बैठी महारानी,मोरी शारदा भवानी,अंगना पधारो महारानी ॥ रोगी को काया दे निर्धन को माया,बांझन पे किरपा ललन घर आया,मैया बड़ी वरदानी,मोरी शारदा भवानी,अंगना…

  • यमुना छठ – Yamuna Chhath

    यमुना छठ – Yamuna Chhath

    Yamuna Chhath  यमुना छठ एक हिंदू त्योहार है माना जाता है कि इसी दिन देवी यमुना पृथ्वी पर अवतरित हुई थी और इस दिन को यमुना जयंती के रूप में भी जाना जाता है। यह उत्सव चैत्र मास में शुक्ल पक्ष षष्ठी को होता है और यह आमतौर पर चैत्र नवरात्रि के दौरान होता है। यमुना छठ / यमुना जयंती…

  • बजरंगबली की शान बड़ी – भजन (Bajrangbali Ki Shan Badi Bhajan)

    बजरंगबली की शान बड़ी – भजन (Bajrangbali Ki Shan Badi Bhajan)

    Bajrangbali Ki Shan Badi Bhajan बजरंगबली की शान बड़ीअति सुंदर है हनुमानगढ़ी ।श्री राम गरीब नवाज हैहनुमत कलयुग के राजा हैरमणीक प्रतीक प्रधान मढ़ीअति सुंदर है हनुमानगढ़ी ।बजरंगबली की शान बड़ीअति सुंदर है हनुमानगढ़ी । यहां संत हजारों वास किएश्री राम नाम की आस लिएश्री राम नाम की आस लिएप्रतिमा सिंदूरी रतन जड़ीअति सुंदर है…

  • तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये – भजन (Tune Mujhe Bulaya Sherawaliye Bhajan)

    तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये – भजन (Tune Mujhe Bulaya Sherawaliye Bhajan)

    Tune Mujhe Bulaya Sherawaliye Bhajan नवदुर्गा, दुर्गा पूजा, नवरात्रि, नवरात्रे, नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, जगराता, शुक्रवार दुर्गा तथा अष्टमी के शुभ अवसर पर गाये जाने वाला प्रसिद्ध व लोकप्रिय भजन। साँची ज्योतो वाली माता,तेरी जय जय कार । तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,मैं आया मैं आया शेरा वालिये ।तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये,मैं…

  • मत्स्य जयंती – Matsya Jayanti

    मत्स्य जयंती – Matsya Jayanti

    Matsya Jayanti मत्स्य अवतार भगवान विष्णु के दस अवतारों मे से पहले अवतार हैं, जो राक्षस हयग्रीव से ब्रह्मांड को बचाने के लिए अवतरित हुए थे। मत्स्य जयन्ती चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाई जाती है। मत्स्य पुराण के अनुसार इस दिन मत्स्य अवतार में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इसे हयपंचमी भी…