Author: जय सिया राम

  • कुचजी सुचजी गुणवंती- Kuchaji Suchaji Gunvanti

    कुचजी सुचजी गुणवंती- Kuchaji Suchaji Gunvanti

    Kuchaji Suchaji Gunvanti रागु सूही महला १ कुचजी ੴ सतिगुर प्रसादि ॥ मंञु कुचजी अमावणि डोसड़े हउ किउ सहु रावणि जाउ जीउ ॥  इक दू इकि चड़ंदीआ कउणु जाणै मेरा नाउ जीउ ॥  जिन्ही सखी सहु राविआ से अ्मबी छावड़ीएहि जीउ ॥  से गुण मंञु न आवनी हउ कै जी दोस धरेउ जीउ ॥  किआ…

  • वैष्णव पापमोचनी एकादशी – Vaishnav Papamochini Ekadashi

    वैष्णव पापमोचनी एकादशी – Vaishnav Papamochini Ekadashi

    हिंदू पंचांग के अंतर्गत प्रत्येक माह की 11वीं तीथि को एकादशी कहा जाता है। एकादशी को भगवान विष्णु को समर्पित तिथि माना जाता है। एक महीने में दो पक्ष होने के कारण दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष मे तथा दूसरी कृष्ण पक्ष मे। इस प्रकार वर्ष मे कम से कम 24 एकादशी हो सकती हैं,…

  • माँ तू ही नज़र आये: भजन (Maa Tu Hi Nazar Aaye)

    माँ तू ही नज़र आये: भजन (Maa Tu Hi Nazar Aaye)

    मुँह फेर जिधर देखूं माँ तू ही नज़र आये,माँ छोड़ के दर तेरा कोई और किधर जाये ॥ गैरो ने ठुकराया अपने भी बदल गये है,हम साथ चले जिनके वो दूर निकल गये है,तेरे ही रहम पर हूँ, माँ तेरे ही रहम पर हूँ,तू बख्श या ठुकराये,बस तू ही नज़र आये,मुँह फेर जिधर देखूं मां…

  • Rakhya Dey Shabad-रक्ख्या दे शबद

    Rakhya Dey Shabad-रक्ख्या दे शबद

    Rakhya Dey Shabad ਸਿਰ ਮਸ੍ਤਕ ਰਖੵਾ ਪਾਰਬ੍ਰਹਮੰ ਹਸ੍ਤ ਕਾਯਾ ਰਖੵਾ ਪਰਮੇਸ੍ਵਰਹ ॥  ਆਤਮ ਰਖੵਾ ਗੋਪਾਲ ਸੁਆਮੀ ਧਨ ਚਰਣ ਰਖੵਾ ਜਗਦੀਸ੍ਵਰਹ ॥  ਸਰਬ ਰਖੵਾ ਗੁਰ ਦਯਾਲਹ ਭੈ ਦੂਖ ਬਿਨਾਸਨਹ ॥  ਭਗਤਿ ਵਛਲ ਅਨਾਥ ਨਾਥੇ ਸਰਣਿ ਨਾਨਕ ਪੁਰਖ ਅਚੁਤਹ ॥੫੨॥ ਘੋਰ ਦੁਖੵੰ ਅਨਿਕ ਹਤੵੰ ਜਨਮ ਦਾਰਿਦ੍ਰੰ ਮਹਾ ਬਿਖੵਾਦੰ ॥  ਮਿਟੰਤ ਸਗਲ ਸਿਮਰੰਤ ਹਰਿ ਨਾਮ ਨਾਨਕ ਜੈਸੇ ਪਾਵਕ…

  • अम्बे चरण कमल है तेरे भजन Ambe Charan Kamal Hain Tere Bhajan

    अम्बे चरण कमल है तेरे भजन Ambe Charan Kamal Hain Tere Bhajan

    Ambe Charan Kamal Hain Tere Bhajan अम्बे चरण कमल है तेरेअम्बे चरण कमल है तेरेहम भीरें हैं जनम जनम केहम भौंरें हैं जनम जनम केनिसदिन देते फेरेअम्बे चरण कमल है तेरेअम्बे चरण कमल है तेरे तू धरती जग पालन करतीअम्बर का आधार है तूसब सुख झूठे, सब दुःख झूठेइस जीवन का सार है तूतू सत्यम…

  • कहत हनुमान जय श्री राम – Kahat Hanuman Jai Shri Ram Bhajan

    Kahat Hanuman Jai Shri Ram Bhajan श्री राम जय रामजय जय रामश्री राम जय रामजय जय रामश्री राम जय रामजय जय रामश्री राम जय रामजय जय राम कहत हनुमान जय श्री रामकहत हनुमान जय श्री रामकहत हनुमान जय श्री रामकहत हनुमान जय श्री राम लगा के सिंदूर बदन पेपाने को श्री राम का प्यारमहावीर विक्रम…

  • फाल्गुन सत्यनारायण व्रत – Falgun Satyanarayan Vrat

    फाल्गुन सत्यनारायण व्रत – Falgun Satyanarayan Vrat

    हिंदू धार्मिक मान्यता के अनुसार भगवान सत्यनारायण व्रत करने से और कथा सुनने से पुण्य फल प्राप्त होती है। श्री सत्यनारायण पूजा भगवान नारायण का आशीर्वाद लेने के लिए की जाती है जो भगवान विष्णु के रूपों में से एक हैं। इस रूप में भगवान को सत्य का अवतार माना जाता है। हालांकि सत्यनारायण पूजा करने के लिए कोई…

  • होली (होलिका दहन) – Holi (Holika Dahan)

    होली (होलिका दहन) – Holi (Holika Dahan)

    Holi Holika Dahan उत्तर भारत में, होली तीन दिनों तक मनाए जाने वाला त्यौहार है, होली रंगों के त्यौहार के नाम से प्रसिद्ध है। दिवाली के बाद, होली को हिंदू कैलेंडर का दूसरा सबसे बड़ा त्यौहार माना जाता है। होली शब्द होलिका भक्त प्रहलाद की बुआ, राक्षस राजा हिरण्यकशिपु की बड़ी बहन से निकला है। माना जाता है कि इस त्यौहार…

  • Shri Narasimha Kavacham Mantra-श्री नृसिंह कवच मंत्र

    Shri Narasimha Kavacham Mantra-श्री नृसिंह कवच मंत्र

    Shri Narasimha Kavacham Mantra नृसिंह कवचम वक्ष्येऽ प्रह्लादनोदितं पुरा ।सर्वरक्षाकरं पुण्यं सर्वोपद्रवनाशनं ॥ सर्वसंपत्करं चैव स्वर्गमोक्षप्रदायकम ।ध्यात्वा नृसिंहं देवेशं हेमसिंहासनस्थितं॥ विवृतास्यं त्रिनयनं शरदिंदुसमप्रभं ।लक्ष्म्यालिंगितवामांगम विभूतिभिरुपाश्रितं ॥ चतुर्भुजं कोमलांगम स्वर्णकुण्डलशोभितं ।ऊरोजशोभितोरस्कं रत्नकेयूरमुद्रितं ॥ तप्तकांचनसंकाशं पीतनिर्मलवासनं ।इंद्रादिसुरमौलिस्थस्फुरन्माणिक्यदीप्तिभि: ॥ विराजितपदद्वंद्वं शंखचक्रादिहेतिभि:।गरुत्मता च विनयात स्तूयमानं मुदान्वितं ॥ स्वहृतकमलसंवासम कृत्वा तु कवचम पठेतनृसिंहो मे शिर: पातु लोकरक्षात्मसंभव:।सर्वगोऽपि स्तंभवास: फालं मे…

  • सतरंगी मेला है आयो भजन -Satrangi Mela Hai Aayo Bhajan

    सतरंगी मेला है आयो भजन -Satrangi Mela Hai Aayo Bhajan

    सतरंगी मेला है आयो,चालो श्याम दुअरियाआयो मेलो है फागनियो खाटू चलोआयो मेलो है फागानियो खाटू चलोश्याम प्रेमी लाखो आते बाबा की नगरियाआयो मेलो है फागनियो खाटू चलो पूरा साल है रहता इंतजार जी कब आएगा फागुन् तेहवार जीलगता खाटू में लक्खी है मेला आते बाबा के प्रेमी है हजार जीजी भर के वो मौज उड़ाते…

  • फाल्गुन मेला – Falgun Mela

    फाल्गुन मेला – Falgun Mela

    Falgun Mela फागुन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से प्रारंभ होकर फागुन शुक्ल द्वादशी तक चलने वाले श्री खाटू श्याम उत्सव, निशान यात्रा एवं खाटू नगरी मेले के मिश्रित सयोजन को फाल्गुन मेला, फागुन मेला तथा फाग मेला कहा जाता है। वैसे तो इस महोत्सव की धूम संपूर्ण भारत में बाबा श्री खाटू श्याम जी के प्रेमियों के बीच होती है, परंतु…

  • शिव चन्द्रशेखर अष्टकम स्त्रोत्रं (Chandrasekhara Ashtakam Stotram)

    शिव चन्द्रशेखर अष्टकम स्त्रोत्रं (Chandrasekhara Ashtakam Stotram)

    Chandrasekhara Ashtakam Stotram चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर पाहि माम् ।चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ रत्नसानुशरासनं रजताद्रिश‍ृङ्गनिकेतनंसिञ्जिनीकृतपन्नगेश्वर मच्युतानलसायकम् ।क्षिप्रदग्धपुरत्रयं त्रिदिवालयैरभिवन्दितंचन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ १॥ पञ्चपादपपुष्पगन्धिपदाम्बुजद्वयशोभितंभाललोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम् ।भस्मदिग्धकलेवरं भवनाशनं भवमव्ययंचन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ २॥ मत्तवारणमुख्यचर्मकृतोत्तरीयमनोहरंपङ्कजासनपद्मलोचनपूजिताङ्घ्रिसरोरुहम् ।देवसिन्धुतरङ्गशीकर सिक्तशीतजटाधरंचन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ३॥ कुण्डलीकृत कुण्डलेश्वर कुण्डलं वृषवाहनंनारदादिमुनीश्वरस्तुतवैभवं भुवनेश्वरम् ।अन्धकान्तकमाश्रितामरपादपं शमनान्तकंचन्द्रशेखरमाश्रये मम…

  • शंकराचार्य कृत शिवाष्टकम (Shankaracharya Krit Shivashtakam)

    शंकराचार्य कृत शिवाष्टकम (Shankaracharya Krit Shivashtakam)

    Shankaracharya Krit Shivashtakam तस्मै नमः परमंकारकरणाय भगवान शिव के सबसे प्रसिद्ध अष्टकमों में से एक है। इस प्रसिद्ध अष्टकम का पाठ भगवान शिव से संबंधित अधिकांश अवसरों पर किया जाता है। यह प्रसिद्ध अष्टकम आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। प्रभुम् प्राणनाथम् विभुम् भगवान शिव का एक और प्रसिद्ध अष्टकम है। ॥ शिवाष्टकम् ॥ तस्मै नमः…

  • श्री ललिता चालीसा (Sri Lalita Chalisa)

    श्री ललिता चालीसा (Sri Lalita Chalisa)

    Sri Lalita Chalisa ललिता चालीसा एक भक्ति गीत है जो ललिता माता पर आधारित है। ललिता चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। ललिता माता के भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस चालीसा का पाठ करते हैं। ॥ चौपाई ॥जयति जयति जय ललिते माता।तव गुण महिमा है विख्याता॥तू सुन्दरी,…

  • सांवेर की धरती  – Sanwer ki Dharti Bhajan

    सांवेर की धरती  – Sanwer ki Dharti Bhajan

    Sanwer ki Dharti Bhajan सांवेर की धरतीसांवेर की धरती हनुमत साजे, चले है इनकी मर्जीसांवेर की धरती पाताल में जाकर जब बजरंग, अहिरावन राज मिटाते हैदिल बाग़ बाग़ हो जाता है, जब राम हृदय मुस्काते हैसुन के पतन की आवाजे, सुन के पतन की आवाजे,यु लगे कही विध्वंस जगेअरे राम लखन संग आते ही, सेना…