Author: जय सिया राम

  • मन में बसाकर तेरी मूर्ति (Mann Mai Basakar Teri Murti Aarti)

    मन में बसाकर तेरी मूर्ति (Mann Mai Basakar Teri Murti Aarti)

    Mann Mai Basakar Teri Murti Aarti मन में बसाकर तेरी मूर्ति,उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥मन में बसाकर तेरी मूर्ति,उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥ करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन,भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन,करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन,भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन,दर्द की दवा तुम्हरे…

  • कुशोत्पाटिनी अमावस्या – Kushotpatini Amavasya

    कुशोत्पाटिनी अमावस्या – Kushotpatini Amavasya

    Kushotpatini Amavasya भाद्रपद कृष्ण अमावस्या को कुशोत्पाटिनी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन वर्ष भर के लिए पुरोहित नदी, पोखर, जलाशय आदि से कुशा घास एकत्रित कर घर में रखते हैं। कुशा घास का प्रयोग कर्मकांड कराने में किया जाता है। कुशोत्पाटिनी अमावस्या मुख्यत: पूर्वान्ह में मानी जाती है। कुशोत्पाटिनी अमावस्या को कुशाग्रहणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता…

  • पिठोरी अमावस्या – Pithori Amavasya

    पिठोरी अमावस्या – Pithori Amavasya

    Pithori Amavasya हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह में पड़ने वाली अमावस्या को पिठोरी अमावस्या कहा जाता है। प्रत्येक माह में अमावस्या तिथि पड़ती है, जिसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है और विशेष महत्व भी होता है। पिठोरी अमावस्या पर पितृ तर्पण आदि धार्मिक कार्यों में कुश का प्रयोग किया जाता है, इसलिए इसे कुश अमावस्या भी कहा…

  • राधे राधे जपा करो भजन (Radhe Radhe Japa Karo Bhajan)

    राधे राधे जपा करो भजन (Radhe Radhe Japa Karo Bhajan)

    Radhe Radhe Japa Karo Bhajan राधे राधे जपा करो,कृष्ण नाम रस पिया करो,राधे राधे जपा करों,कृष्ण नाम रस पिया करो ॥ राधा देगी तुमको शक्ति,मिलेगी तुमको कृष्ण की भक्ति,मिलेगी तुमको कृष्ण की भक्ति,राधे, कृपा दृष्टि बरसाया करो,राधे राधे जपा करों,कृष्ण नाम रस पिया करो ॥ राधा रानी है महारानी,महिमा उनकी सब जग जानी,महिमा उनकी सब…

  • झंडा बजरंग बली का भजन (Jhanda Bajrangbali Ka Bhajan)

    झंडा बजरंग बली का भजन (Jhanda Bajrangbali Ka Bhajan)

    Jhanda Bajrangbali Ka Bhajan लहर लहर लहराए रे,झंडा बजरंग बली का,लहर लहर लहराए रै,झंडा बजरंग बली का,बजरंग बली का,झंडा बजरंग बली का,लहर लहर लहराए रे,झंडा बजरंग बली का ॥ लहर लहर झंडा खाटूश्याम पहुँचा,कीर्तन की शोभा बढ़ाये रे,झंडा बजरंग बली का,लहर लहर लहराए रे,झंडा बजरंग बली का ॥ लहर लहर झंडा मेहंदीपुर से पहुँचा,भक्तों के…

  • एक अरज मेरी सुन लो भजन (Ek Araj Meri Sun Lo bhajan)

    एक अरज मेरी सुन लो भजन (Ek Araj Meri Sun Lo bhajan)

    Ek Araj Meri Sun Lo bhajan एक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाताएक अरज मेरी सुन लो, सरकार मेरे दाताकरदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाताकरदो अधम की नैया, भव पार मेरे दाता तुम हो अधम जनों का उद्धार करने वालेतुम हो अधम जनों का उद्धार करने वालेउद्धार करने वालेमैं हूँ अधम जनों…

  • दही हांड़ी – Dahi Handi

    दही हांड़ी – Dahi Handi

    Dahi Handi कृष्ण जन्माष्टमी त्यौहार, भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म की वैष्णव परंपरा से संबंधित है। इस त्यौहार के अंतरगत भगवान श्री कृष्ण के जीवन के दृश्यों को नाटक, उपवास, भागवत पुराण कथा, रस लीला / कृष्णा लीला जैसे माध्यमों द्वारा मध्यरात्रि तक प्रायोजित किया जाता…

  • अजा एकादशी – Aja Ekadashi

    अजा एकादशी – Aja Ekadashi

    Aja Ekadashi हिंदू पंचांग के अंतर्गत प्रत्येक माह की 11वीं तीथि को एकादशी कहा जाता है। एकादशी को भगवान विष्णु को समर्पित तिथि माना जाता है। एक महीने में दो पक्ष होने के कारण दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष मे तथा दूसरी कृष्ण पक्ष मे। इस प्रकार वर्ष मे कम से कम 24 एकादशी हो…

  • प्रभुपाद आविर्भाव दिवस – Prabhupada Appearance Day

    प्रभुपाद आविर्भाव दिवस – Prabhupada Appearance Day

    Prabhupada Appearance Day अभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद जिन्हें स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद के नाम से भी जाना जाता है,सनातन हिन्दू धर्म के एक प्रसिद्ध गौडीय वैष्णव गुरु तथा धर्मप्रचारक थे। स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद 01 सितंबर, 1896 – जन्माष्टमी के एक दिन बाद यानि श्री कृष्ण के प्रकट होने के एक दिन बाद कोलकाता के टॉलीगंज…

  • अष्टोत्तर भैरव नामावलि (Bhairav Stotram)

    अष्टोत्तर भैरव नामावलि (Bhairav Stotram)

    Bhairav Stotram ॐ भैरवाय नमःॐ भूतनाथाय नमःॐ भूतात्मने नमःॐ भूतभावनाय नमःॐ क्षेत्रज्ञाय नमःॐ क्षेत्रपालाय नमःॐ क्षेत्रदाय नमःॐ क्षत्रियाय नमःॐ विराजे नमःॐ श्मशानवासिने नमःॐ मांसाशिने नमःॐ खर्वराशिने नमःॐ स्मरांतकाय नमःॐ रक्तपाय नमःॐ पानपाय नमःॐ सिद्दाय नमःॐ सिद्धिदाय नमःॐ सिद्धिसेविताय नमःॐ कंकालाय नमःॐ कालशमनाय नमःॐ कलाकाष्ठाय नमःॐ तनये नमःॐ कवये नमःॐ त्रिनेत्राय नमःॐ बहुनेत्राय नमःॐ पिंगललोचनाय नमःॐ…

  • कालाष्टमी – Kalashtami

    कालाष्टमी – Kalashtami

    Kalashtami कालाष्टमी प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आने वाला एक हिंदू त्यौहार है जोकि भगवान शिव के ही एक रौद्र रूप भगवान भैरव को समर्पित है। प्रत्येक माह में आने के कारण यह त्यौहार एक वर्ष में कुल 12 बार, तथा अधिक मास की स्थिति में 13 बार मनाया जाता है।…

  • हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन  (Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan)

    हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन (Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan)

    Hey Dukh Bhanjan Maruti Nandan हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,सुन लो मेरी पुकार ।पवनसुत विनती बारम्बार  हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,सुन लो मेरी पुकार ।पवनसुत विनती बारम्बार ॥ अष्ट सिद्धि, नव निधि के दाता,दुखिओं के तुम भाग्यविधाता ।सियाराम के काज सवारे,मेरा करो उद्धार ॥पवनसुत विनती बारम्बार । हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन,सुन लो मेरी पुकार…

  • हनुमत तुम्हें प्रणाम करूं भजन (Hanumat Tumhe Pranam Karu bhajan)

    हनुमत तुम्हें प्रणाम करूं भजन (Hanumat Tumhe Pranam Karu bhajan)

    Hanumat Tumhe Pranam Karu bhajan हनुमत तुम्हें प्रणाम करूं,श्री राम जानकी के हनुमत तुम्हें प्रणाम करूं,तुम सबके काज संवारे हो,पल में दुष्टों को मारे हो,पवन पुत्र अंजनी के लाला,भक्त हूँ मैं तू रखवाला,भय आए तो हे हनुमंता मैं तो तेरा ध्यान धरु, राम के काज को पूरन करके तुमने नाम कमाया है,सुना है बचपन में…

  • जन्माष्टमी – Janmashtami

    जन्माष्टमी – Janmashtami

    Janmashtami कृष्ण जन्माष्टमी त्यौहार, भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म की वैष्णव परंपरा से संबंधित है। इस त्यौहार के अंतरगत भगवान श्री कृष्ण के जीवन के दृश्यों को नाटक, उपवास, भागवत पुराण कथा, रस लीला / कृष्णा लीला जैसे माध्यमों द्वारा मध्यरात्रि तक प्रायोजित किया जाता है,…

  • हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी – Heramba Sankashti Chaturthi

    हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी – Heramba Sankashti Chaturthi

    Heramba Sankashti Chaturthi गणेश चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार हर महीने दो चतुर्थी आती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। हर महीने पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है, जबकि शुक्ल पक्ष की…