Category: Blog

  • नर्मदा अष्टकम (Narmada Ashtakam)

    नर्मदा अष्टकम (Narmada Ashtakam)

    Narmada Ashtakam ॥ श्री नर्मदा अष्टकम ॥सबिंदु सिन्धु सुस्खल तरंग भंग रंजितमद्विषत्सु पाप जात जात कारि वारि संयुतमकृतान्त दूत काल भुत भीति हारि वर्मदेत्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे ॥1॥ त्वदम्बु लीन दीन मीन दिव्य सम्प्रदायकमकलौ मलौघ भारहारि सर्वतीर्थ नायकंसुमस्त्य कच्छ नक्र चक्र चक्रवाक् शर्मदेत्वदीय पाद पंकजम नमामि देवी नर्मदे ॥2॥ महागभीर नीर पुर पापधुत…

  • षटतिला एकादशी – Shat Tila Ekadashi

    षटतिला एकादशी – Shat Tila Ekadashi

    Shat Tila Ekadashi हिंदू पंचांग के अंतर्गत प्रत्येक माह की 11वीं तीथि को एकादशी कहा जाता है। एकादशी को भगवान विष्णु को समर्पित तिथि माना जाता है। एक महीने में दो पक्ष होने के कारण दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष मे तथा दूसरी कृष्ण पक्ष मे। इस प्रकार वर्ष मे कम से कम 24 एकादशी…

  • कुशोत्पाटिनी अमावस्या – Kushotpatini Amavasya

    कुशोत्पाटिनी अमावस्या – Kushotpatini Amavasya

    Kushotpatini Amavasya भाद्रपद कृष्ण अमावस्या को कुशोत्पाटिनी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन वर्ष भर के लिए पुरोहित नदी, पोखर, जलाशय आदि से कुशा घास एकत्रित कर घर में रखते हैं। कुशा घास का प्रयोग कर्मकांड कराने में किया जाता है। कुशोत्पाटिनी अमावस्या मुख्यत: पूर्वान्ह में मानी जाती है। कुशोत्पाटिनी अमावस्या को कुशाग्रहणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता…

  • पिठोरी अमावस्या – Pithori Amavasya

    पिठोरी अमावस्या – Pithori Amavasya

    Pithori Amavasya हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह में पड़ने वाली अमावस्या को पिठोरी अमावस्या कहा जाता है। प्रत्येक माह में अमावस्या तिथि पड़ती है, जिसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है और विशेष महत्व भी होता है। पिठोरी अमावस्या पर पितृ तर्पण आदि धार्मिक कार्यों में कुश का प्रयोग किया जाता है, इसलिए इसे कुश अमावस्या भी कहा…

  • दही हांड़ी – Dahi Handi

    दही हांड़ी – Dahi Handi

    Dahi Handi कृष्ण जन्माष्टमी त्यौहार, भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म की वैष्णव परंपरा से संबंधित है। इस त्यौहार के अंतरगत भगवान श्री कृष्ण के जीवन के दृश्यों को नाटक, उपवास, भागवत पुराण कथा, रस लीला / कृष्णा लीला जैसे माध्यमों द्वारा मध्यरात्रि तक प्रायोजित किया जाता…

  • अजा एकादशी – Aja Ekadashi

    अजा एकादशी – Aja Ekadashi

    Aja Ekadashi हिंदू पंचांग के अंतर्गत प्रत्येक माह की 11वीं तीथि को एकादशी कहा जाता है। एकादशी को भगवान विष्णु को समर्पित तिथि माना जाता है। एक महीने में दो पक्ष होने के कारण दो एकादशी होती हैं, एक शुक्ल पक्ष मे तथा दूसरी कृष्ण पक्ष मे। इस प्रकार वर्ष मे कम से कम 24 एकादशी हो…

  • प्रभुपाद आविर्भाव दिवस – Prabhupada Appearance Day

    प्रभुपाद आविर्भाव दिवस – Prabhupada Appearance Day

    Prabhupada Appearance Day अभयचरणारविंद भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद जिन्हें स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद के नाम से भी जाना जाता है,सनातन हिन्दू धर्म के एक प्रसिद्ध गौडीय वैष्णव गुरु तथा धर्मप्रचारक थे। स्वामी श्रील भक्तिवेदांत प्रभुपाद 01 सितंबर, 1896 – जन्माष्टमी के एक दिन बाद यानि श्री कृष्ण के प्रकट होने के एक दिन बाद कोलकाता के टॉलीगंज…

  • कालाष्टमी – Kalashtami

    कालाष्टमी – Kalashtami

    Kalashtami कालाष्टमी प्रत्येक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को आने वाला एक हिंदू त्यौहार है जोकि भगवान शिव के ही एक रौद्र रूप भगवान भैरव को समर्पित है। प्रत्येक माह में आने के कारण यह त्यौहार एक वर्ष में कुल 12 बार, तथा अधिक मास की स्थिति में 13 बार मनाया जाता है।…

  • जन्माष्टमी – Janmashtami

    जन्माष्टमी – Janmashtami

    Janmashtami कृष्ण जन्माष्टमी त्यौहार, भगवान विष्णु के आठवें अवतार श्री कृष्ण के अवतरण दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म की वैष्णव परंपरा से संबंधित है। इस त्यौहार के अंतरगत भगवान श्री कृष्ण के जीवन के दृश्यों को नाटक, उपवास, भागवत पुराण कथा, रस लीला / कृष्णा लीला जैसे माध्यमों द्वारा मध्यरात्रि तक प्रायोजित किया जाता है,…

  • हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी – Heramba Sankashti Chaturthi

    हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी – Heramba Sankashti Chaturthi

    Heramba Sankashti Chaturthi गणेश चतुर्थी व्रत भगवान गणेश को समर्पित है। इस दिन गणेश जी की विशेष पूजा की जाती है। पंचांग के अनुसार हर महीने दो चतुर्थी आती हैं। एक शुक्ल पक्ष में और एक कृष्ण पक्ष में। हर महीने पड़ने वाली कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी चतुर्थी कहा जाता है, जबकि शुक्ल पक्ष की…

  • बलराम जयन्ती – Balarama Jayanti

    बलराम जयन्ती – Balarama Jayanti

    Balarama Jayanti पारंपरिक हिंदू पंचांग में हल षष्ठी एक महत्वपूर्ण त्यौहार है। यह भगवान श्रीकृष्ण के बड़े भाई बलराम को समर्पित है। भगवान बलराम माता देवकी और वासुदेव जी के सातवें संतान थे। हल षष्ठी का त्योहार भगवान बलराम की जयंती के रूप में मनाया जाता है। रक्षा बंधन और श्रवण पूर्णिमा के छह दिनों के बाद…

  • श्री नारायण गुरु जयंती – Sree Narayana Guru Jayanti

    श्री नारायण गुरु जयंती – Sree Narayana Guru Jayanti

    Sree Narayana Guru Jayanti श्री नारायण गुरु जयंती केरल राज्य में एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक अवकाश है। यह नारायण गुरु के जन्मदिन का उत्सव है, जो एक समाज सुधारक और संत थे। जहां उन्होंने आध्यात्मिक उत्थान के लिए ध्यान-साधना में खुद को लीन कर लिया, वहीं उन्होंने केरल में उन लोगों के सशक्तिकरण के लिए भी…

  • संस्कृत दिवस – Sanskrit Diwas

    संस्कृत दिवस – Sanskrit Diwas

    Sanskrit Diwas भारत में हर साल श्रावणी पूर्णिमा के शुभ अवसर को संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है। हमारी संस्कृति में संस्कृत भाषा के प्राचीनतम भाषा होने की वजह से यह दिन मनाया जाता है। संस्कृत लगभग सभी वेदों और पुराणों की भाषा है। इसलिए लोगों में संस्कृत भाषा के प्रति सम्मान है। हमारे…

  • हयग्रीव जयंती – Hayagriva Jayanti

    हयग्रीव जयंती – Hayagriva Jayanti

    Hayagriva Jayanti भगवान हयग्रीव की जयंती जिन्हें भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। भगवान हयग्रीव को ज्ञान और बुद्धि का देवता माना जाता है हयग्रीव जयंती पारंपरिक हिंदू कैलेंडर के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। ऐसा माना जाता है कि भगवान हयग्रीव ने सभी वेदों को ब्रह्मा को पुनर्स्थापित कर दिया…

  • नारली पूर्णिमा – Coconut Day

    नारली पूर्णिमा – Coconut Day

    Coconut Day नारली शब्द का अर्थ है नारियल और पूर्णिमा का अर्थ है पूर्णिमा का दिन। इस दिन नारियल का विशेष महत्व है। नारली पूर्णिमा का त्योहार अन्य त्योहारों जैसे श्रवणी पूर्णिमा, रक्षा बंधन और कजरी पूर्णिमा के साथ मेल खाता है। हालांकि परंपराएं और संस्कृतियां भिन्न हो सकती हैं, त्योहारों का महत्व वही रहता है। उत्तर भारत में राखी का त्योहार रक्षा बंधन के दिन…