Shri Narasimha Kavacham Mantra नृसिंह कवचम वक्ष्येऽ प्रह्लादनोदितं पुरा ।सर्वरक्षाकरं पुण्यं सर्वोपद्रवनाशनं ॥ सर्वसंपत्करं चैव स्वर्गमोक्षप्रदायकम ।ध्यात्वा नृसिंहं देवेशं हेमसिंहासनस्थितं॥ विवृतास्यं त्रिनयनं शरदिंदुसमप्रभं ।लक्ष्म्यालिंगितवामांगम विभूतिभिरुपाश्रितं ॥ चतुर्भुजं कोमलांगम स्वर्णकुण्डलशोभितं ।ऊरोजशोभितोरस्कं रत्नकेयूरमुद्रितं ॥ तप्तकांचनसंकाशं पीतनिर्मलवासनं ।इंद्रादिसुरमौलिस्थस्फुरन्माणिक्यदीप्तिभि: ॥ विराजितपदद्वंद्वं शंखचक्रादिहेतिभि:।गरुत्मता च विनयात स्तूयमानं मुदान्वितं ॥ स्वहृतकमलसंवासम कृत्वा तु कवचम पठेतनृसिंहो मे शिर: पातु लोकरक्षात्मसंभव:।सर्वगोऽपि स्तंभवास: फालं मे…
सतरंगी मेला है आयो,चालो श्याम दुअरियाआयो मेलो है फागनियो खाटू चलोआयो मेलो है फागानियो खाटू चलोश्याम प्रेमी लाखो आते बाबा की नगरियाआयो मेलो है फागनियो खाटू चलो पूरा साल है रहता इंतजार जी कब आएगा फागुन् तेहवार जीलगता खाटू में लक्खी है मेला आते बाबा के प्रेमी है हजार जीजी भर के वो मौज उड़ाते…
Falgun Mela फागुन माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि से प्रारंभ होकर फागुन शुक्ल द्वादशी तक चलने वाले श्री खाटू श्याम उत्सव, निशान यात्रा एवं खाटू नगरी मेले के मिश्रित सयोजन को फाल्गुन मेला, फागुन मेला तथा फाग मेला कहा जाता है। वैसे तो इस महोत्सव की धूम संपूर्ण भारत में बाबा श्री खाटू श्याम जी के प्रेमियों के बीच होती है, परंतु…
Chandrasekhara Ashtakam Stotram चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर पाहि माम् ।चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर चन्द्रशेखर रक्ष माम् ॥ रत्नसानुशरासनं रजताद्रिशृङ्गनिकेतनंसिञ्जिनीकृतपन्नगेश्वर मच्युतानलसायकम् ।क्षिप्रदग्धपुरत्रयं त्रिदिवालयैरभिवन्दितंचन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ १॥ पञ्चपादपपुष्पगन्धिपदाम्बुजद्वयशोभितंभाललोचनजातपावकदग्धमन्मथविग्रहम् ।भस्मदिग्धकलेवरं भवनाशनं भवमव्ययंचन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ २॥ मत्तवारणमुख्यचर्मकृतोत्तरीयमनोहरंपङ्कजासनपद्मलोचनपूजिताङ्घ्रिसरोरुहम् ।देवसिन्धुतरङ्गशीकर सिक्तशीतजटाधरंचन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै यमः ॥ ३॥ कुण्डलीकृत कुण्डलेश्वर कुण्डलं वृषवाहनंनारदादिमुनीश्वरस्तुतवैभवं भुवनेश्वरम् ।अन्धकान्तकमाश्रितामरपादपं शमनान्तकंचन्द्रशेखरमाश्रये मम…
Shankaracharya Krit Shivashtakam तस्मै नमः परमंकारकरणाय भगवान शिव के सबसे प्रसिद्ध अष्टकमों में से एक है। इस प्रसिद्ध अष्टकम का पाठ भगवान शिव से संबंधित अधिकांश अवसरों पर किया जाता है। यह प्रसिद्ध अष्टकम आदि शंकराचार्य द्वारा रचित है। प्रभुम् प्राणनाथम् विभुम् भगवान शिव का एक और प्रसिद्ध अष्टकम है। ॥ शिवाष्टकम् ॥ तस्मै नमः…
Sri Lalita Chalisa ललिता चालीसा एक भक्ति गीत है जो ललिता माता पर आधारित है। ललिता चालीसा एक लोकप्रिय प्रार्थना है जो 40 छन्दों से बनी है। ललिता माता के भक्त अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस चालीसा का पाठ करते हैं। ॥ चौपाई ॥जयति जयति जय ललिते माता।तव गुण महिमा है विख्याता॥तू सुन्दरी,…
Sanwer ki Dharti Bhajan सांवेर की धरतीसांवेर की धरती हनुमत साजे, चले है इनकी मर्जीसांवेर की धरती पाताल में जाकर जब बजरंग, अहिरावन राज मिटाते हैदिल बाग़ बाग़ हो जाता है, जब राम हृदय मुस्काते हैसुन के पतन की आवाजे, सुन के पतन की आवाजे,यु लगे कही विध्वंस जगेअरे राम लखन संग आते ही, सेना…
Sahansar Nama मारू महला ५ ॥ अचुत पारब्रहम परमेसुर अंतरजामी ॥ मधुसूदन दामोदर सुआमी ॥ रिखीकेस गोवरधन धारी मुरली मनोहर हरि रंगा ॥१॥ मोहन माधव क्रिस्न मुरारे ॥ जगदीसुर हरि जीउ असुर संघारे ॥ जगजीवन अबिनासी ठाकुर घट घट वासी है संगा ॥२॥ धरणीधर ईस नरसिंघ नाराइण ॥ दाड़ा अग्रे प्रिथमि धराइण ॥ बावन रूपु…
Yashoda Jayanti भगवान श्री कृष्ण की माता यशोदा का जन्म फागुन(फाल्गुन) माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि को माना जाता है। अतः इसी षष्ठी तिथि को माता यशोदा के जन्म उत्सव को यशोदा जयंती मनाई जाती है। यशोदा जयंती के दिन माँ यशोदा की पूजा, अर्चना एवं उपासना के साथ-साथ भगवान श्री कृष्ण की भी आराधना की जाती…