Vindhyeshwari Stotram निशुम्भ शुम्भ गर्जनी,प्रचण्ड मुण्ड खण्डिनी ।बनेरणे प्रकाशिनी,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ त्रिशूल मुण्ड धारिणी,धरा विघात हारिणी ।गृहे-गृहे निवासिनी,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ दरिद्र दुःख हारिणी,सदा विभूति कारिणी ।वियोग शोक हारिणी,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ लसत्सुलोल लोचनं,लतासनं वरप्रदं ।कपाल-शूल धारिणी,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ कराब्जदानदाधरां,शिवाशिवां प्रदायिनी ।वरा-वराननां शुभां,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ कपीन्द्न जामिनीप्रदां,त्रिधा स्वरूप धारिणी ।जले-थले निवासिनी,भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ विशिष्ट शिष्ट कारिणी,विशाल रूप…
Kartikeya Aarti जय जय आरती वेणु गोपालावेणु गोपाला वेणु लोलापाप विदुरा नवनीत चोरा जय जय आरती वेंकटरमणावेंकटरमणा संकटहरणासीता राम राधे श्याम जय जय आरती गौरी मनोहरगौरी मनोहर भवानी शंकरसदाशिव उमा महेश्वर जय जय आरती राज राजेश्वरिराज राजेश्वरि त्रिपुरसुन्दरि महा सरस्वती महा लक्ष्मीमहा काली महा लक्ष्मी जय जय आरती आन्जनेयआन्जनेय हनुमन्ता जय जय आरति दत्तात्रेयदत्तात्रेय त्रिमुर्ति…
Margashirsha Chandra Darshan चंद्र दर्शन अमावस्या के उपरांत चंद्र देव के पुनः आगमन एवं उनके दर्शन की परंपरा है। हिंदू धर्म में सूर्य दर्शन की ही तरह चंद्र दर्शन का भी अत्यधिक धार्मिक महत्व है। इस दिन श्रद्धालु चंद्र देव की पूजा एवं विशेष प्रार्थना करते हैं। अमावस्या के तुरंत बाद चंद्रमा का दर्शन करना…
Labh Panchami कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को भारत के गुजरात राज्य में, लाभ पंचमी सबसे अधिक महत्ता के साथ मनाया जाता है। लाभ पंचमी त्यौहार को सौभाग्य पंचमी, ज्ञान पंचमी, लाखेनी पंचमी एवं सौभाग्य लाभ पंचम भी कहा जाता है लाभस्तेषां जयस्तेषां कुतस्तेषां पराजयःयेषामिन्दीवरश्यामो हृदयस्थो जनार्दनः ॥हिन्दी भावार्थ: जिनके हृदयमें श्याम रंगके पद्म स्वरूपी जनार्दनका वास है, उन्हें सदैव यश…
Mann Mai Basakar Teri Murti Aarti मन में बसाकर तेरी मूर्ति,उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥मन में बसाकर तेरी मूर्ति,उतारू में गिरधर तेरी आरती ॥ करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन,भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन,करुणा करो कष्ट हरो ज्ञान दो भगवन,भव में फसी नाव मेरी तार दो भगवन,दर्द की दवा तुम्हरे…
Kushotpatini Amavasya भाद्रपद कृष्ण अमावस्या को कुशोत्पाटिनी अमावस्या कहा जाता है। इस दिन वर्ष भर के लिए पुरोहित नदी, पोखर, जलाशय आदि से कुशा घास एकत्रित कर घर में रखते हैं। कुशा घास का प्रयोग कर्मकांड कराने में किया जाता है। कुशोत्पाटिनी अमावस्या मुख्यत: पूर्वान्ह में मानी जाती है। कुशोत्पाटिनी अमावस्या को कुशाग्रहणी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता…
Pithori Amavasya हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह में पड़ने वाली अमावस्या को पिठोरी अमावस्या कहा जाता है। प्रत्येक माह में अमावस्या तिथि पड़ती है, जिसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है और विशेष महत्व भी होता है। पिठोरी अमावस्या पर पितृ तर्पण आदि धार्मिक कार्यों में कुश का प्रयोग किया जाता है, इसलिए इसे कुश अमावस्या भी कहा…
Radhe Radhe Japa Karo Bhajan राधे राधे जपा करो,कृष्ण नाम रस पिया करो,राधे राधे जपा करों,कृष्ण नाम रस पिया करो ॥ राधा देगी तुमको शक्ति,मिलेगी तुमको कृष्ण की भक्ति,मिलेगी तुमको कृष्ण की भक्ति,राधे, कृपा दृष्टि बरसाया करो,राधे राधे जपा करों,कृष्ण नाम रस पिया करो ॥ राधा रानी है महारानी,महिमा उनकी सब जग जानी,महिमा उनकी सब…
Jhanda Bajrangbali Ka Bhajan लहर लहर लहराए रे,झंडा बजरंग बली का,लहर लहर लहराए रै,झंडा बजरंग बली का,बजरंग बली का,झंडा बजरंग बली का,लहर लहर लहराए रे,झंडा बजरंग बली का ॥ लहर लहर झंडा खाटूश्याम पहुँचा,कीर्तन की शोभा बढ़ाये रे,झंडा बजरंग बली का,लहर लहर लहराए रे,झंडा बजरंग बली का ॥ लहर लहर झंडा मेहंदीपुर से पहुँचा,भक्तों के…