Sapt Chiranjivi Mantr

सप्त चिरंजीवी – मंत्र (Sapt Chiranjivi Mantr)

Sapt Chiranjivi Mantr

अश्वत्थामा बलिर्व्यासो हनुमांश्च विभीषणः ।
कृपः परशुरामश्च सप्तैते चिरंजीविनः ॥1
सप्तैतान् संस्मरेन्नित्यं मार्कण्डेयमथाष्टमम् ।
जीवेद्वर्षशतं सोपि सर्वव्याधिविवर्जित ॥2 [पद्म पुराण 51/6-7]

अर्थात:
अश्वत्थामा, बलि, व्यास, हनुमान, विभीषण, कृपाचार्य और भगवान परशुराम ये सात महामानव चिरंजीवी हैं।

यदि इन सात महामानवों और आठवे ऋषि मार्कण्डेय का नित्य स्मरण किया जाए तो शरीर के सारे रोग समाप्त हो जाते है और 100 वर्ष की आयु प्राप्त होती है।

 Sapt Chiranjivi Mantr

Comments

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *