Tag: हिंदी आरती

  • श्री आदिनाथ चालीसा (Shri Aadinath Chalisa)

    श्री आदिनाथ चालीसा (Shri Aadinath Chalisa)

    Shri aadinath chalisa ॥ दोहा॥शीश नवा अरिहंत को,सिद्धन को, करूं प्रणाम ।उपाध्याय आचार्य का,ले सुखकारी नाम ॥ सर्व साधु और सरस्वती,जिन मन्दिर सुखकार ।आदिनाथ भगवान को,मन मन्दिर में धार ॥ ॥ चौपाई ॥जै जै आदिनाथ जिन स्वामी ।तीनकाल तिहूं जग में नामी ॥ वेष दिगम्बर धार रहे हो ।कर्मो को तुम मार रहे हो ॥…

  • श्री श्याम जी की आरती

    श्री श्याम जी की आरती

    Shree Shyam aarti ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे ।खाटू धाम विराजत,अनुपम रूप धरे॥ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे ।रतन जड़ित सिंहासन,सिर पर चंवर ढुरे ।तन केसरिया बागो,कुण्डल श्रवण पड़े ॥ॐ जय श्री श्याम हरे,बाबा जय श्री श्याम हरे । गल पुष्पों की माला,सिर पार मुकुट धरे ।खेवत धूप…

  • बजरंग बाण

    बजरंग बाण

    Bajrang baan निश्चय प्रेम प्रतीति ते,बिनय करै सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ,सिद्ध करै हनुमान॥ जय हनुमन्त सन्त हितकारी।सुनि लीजै प्रभु अरज हमारी॥ जन के काज विलम्ब न कीजै।आतुर दौरि महा सुख दीजै॥ जैसे कूदि सिन्धु वहि पारा।सुरसा बदन पैठि बिस्तारा॥ आगे जाय लंकिनी रोका।मारेहु लात गई सुर लोका॥ जाय विभीषण को सुख दीन्हा।सीता निरखि…

  • सोमवार व्रत की कथा

    सोमवार व्रत की कथा

    Somwar varat ki katha किसी नगर में एक धनी व्यापारी रहता था। दूर-दूर तक उसका व्यापार फैला हुआ था। नगर के सभी लोग उस व्यापारी का सम्मान करते थे। इतना सब कुछ संपन्न होने के बाद भी वह व्यापारी बहुत दुःखी था, क्योंकि उसका कोई पुत्र नहीं था। जिस कारण अपने मृत्यु के पश्चात् व्यापार…

  • सरस्वती माता आरती

    सरस्वती माता आरती

    Sarswati mata ki aarti जय सरस्वती माता,मैया जय सरस्वती माता ।सदगुण वैभव शालिनी,त्रिभुवन विख्याता ॥जय जय सरस्वती माता…॥ चन्द्रवदनि पद्मासिनि,द्युति मंगलकारी ।सोहे शुभ हंस सवारी,अतुल तेजधारी ॥जय जय सरस्वती माता…॥ बाएं कर में वीणा,दाएं कर माला ।शीश मुकुट मणि सोहे,गल मोतियन माला ॥जय जय सरस्वती माता…॥ देवी शरण जो आए,उनका उद्धार किया ।पैठी मंथरा दासी,रावण…

  • श्री सूर्यदेव की आरती

    श्री सूर्यदेव की आरती

    Suray devta aarti जय कश्यप नन्दन, ऊँ जय अदिति नन्दन।त्रिभुवन तिमिर निकंदन, भक्त हृदय चन्दन॥ऊँ जय कश्यप नन्दन।जय सप्त अश्वरथ राजित, एक चक्रधारी।दुखहारी, सुखकारी, मानस मलहारी॥ऊँ जय कश्यप नन्दन।जय सुर मुनि भूसुर वन्दित, विमल विभवशाली।अघ-दल-दलन दिवाकर, दिव्य किरण माली॥ऊँ जय कश्यप नन्दन।जय सकल सुकर्म प्रसविता, सविता शुभकारी।विश्व विलोचन मोचन, भव-बंधन भारी॥ऊँ जय कश्यप नन्दन।जय कमल…

  • गायत्री माता की आरती

    गायत्री माता की आरती

    Gaytri mata ki aarti जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।आदि शक्ति तुम अलख निरंजन जगपालक कत्री।दुख शोक, भय, क्लेश दारिद्र दैन्य हत्री।।जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।ब्रह्म रूपिणी, प्रणात पालिन जगत धातृ अम्बे।भव भयहारी, जन-हितकारी, सुखदा जगदम्बे।।जयति जय गायत्री माता, जयति जय गायत्री माता।भय हारिणी, भवतारिणी, अनघेअज आनन्द राशि।अविकारी, अखहरी, अविचलित,…

  • शीतला माता की आरती

    शीतला माता की आरती

     Shitla mata ki aarti जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता,आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता।। जय शीतला माता… रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भ्राता।ऋद्धिसिद्धि चंवर डोलावें, जगमग छवि छाता।। जय शीतला माता… विष्णु सेवत ठाढ़े, सेवें शिव धाता।वेद पुराण बरणत पार नहीं पाता।। जय शीतला माता.. इन्द्र मृदंग बजावत चन्द्र वीणा हाथा।सूरज ताल…

  • बृहस्पति देव की आरती

    बृहस्पति देव की आरती

    Brihaspati dev aarti जय बृहस्पति देवा, ऊँ जय बृहस्पति देवा ।छि छिन भोग लगाऊँ, कदली फल मेवा ॥ तुम पूरण परमात्मा, तुम अन्तर्यामी ।जगतपिता जगदीश्वर, तुम सबके स्वामी ॥ चरणामृत निज निर्मल, सब पातक हर्ता ।सकल मनोरथ दायक, कृपा करो भर्ता ॥ तन, मन, धन अर्पण कर, जो जन शरण पड़े ।प्रभु प्रकट तब होकर,…

  • वैष्णो माता की आरती

    वैष्णो माता की आरती

    Veshno mata aarti जय वैष्णव माता, मैया जय वैष्णव माता।द्वार तुम्हारे जो भी आता, बिन माँगे सब कुछ पा जाता।। ऊँ जय वैष्णो माता। तू चाहे तो जीवन दे दे, चाहे पल मे खुशियां दे दे।जन्म मरण हाथ तेरे है शक्ति माता ।। ऊँ जय वैष्णो माता। जब जब जिसने तुझको पुकारा तूने दिया है…

  • माता पार्वती की आरती

    माता पार्वती की आरती

    Parwati Mata ki aarti  जय पार्वती माता, मैया जय पार्वती माताब्रह्म सनातन देवी ,शुभ फल की दाता।  ऊँ जय पार्वती माता.. अरिकुल पद्मा विनासनी, जय सेवक त्राताजग जीवन जगदम्बा, हरिहर गुण गाता।  ऊँ जय पार्वती माता.. सिंह को वाहन साजे, कुंडल है साथादेव वधु जहं गावत, नृत्य कर ताथा। ऊँ जय पार्वती माता.. सतयुग शील…

  • श्री राधा जी की आरती

    श्री राधा जी की आरती

    Radha ji ki aarti आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजु मूर्ति मोहन ममता की।। त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि, विमल विवेक विराग विकासिनि।पावन प्रभु पद प्रीति प्रकाशिनि, सुन्दरतम छवि सुन्दरता की।। आरती श्री वृषभानुसुता की… मुनि मन मोहन मोहन मोहनि, मधुर मनोहर मूरती सोहनि।।अविरलप्रेम अमिय रस दोहनि, प्रिय अति सदा सखी ललिता की।। आरती श्री वृषभानुसुता की… संतत सेव्य…

  • श्री तुलसी माता की आरती

    श्री तुलसी माता की आरती

    Tulsi Mata Ki Aarti  जय तुलसी माता, मैया जय तुलसी माता।सब सुख की दाता वर माता ।। जय जय तुलसी माता… सब योगों के ऊपर, सब रोगों के ऊपर।रज से रक्षा करके भव त्राता।। जय जय तुलसी माता… बहु पुत्री है श्यामा, सुर बल्ली हे ग्राम्या।विष्णु प्रिय जो तुमको सेवे सो नर तर जाता।। जय जय तुलसी…

  • श्री कुंजबिहारी की आरती

    श्री कुंजबिहारी की आरती

    Kunj bihari ji aarti आरती कुंज बिहारी की, श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की।गले में बैजन्ती माला, बजावै मुरली मधुर बाला।श्रवन में कुंडल झलकाला, नंद के आनंद नंदलाला।नैनन बीच, बसहि उरबीच, सुरतिया रूप उजारी की ।।श्री गिरधर कृष्ण मुरारी की। आरती कुंज बिहारी की… गगन सम अंग कांति काली, राधिका चमक रही आली।लतन में ठाढ़ै बनमाली,…

  • साईं बाबा आरती

    साईं बाबा आरती

    Sai Baba ki aarti आरती श्री साईं गुरुवर की |परमानन्द सदा सुरवर की ।। जा की कृपा विपुल सुखकारी |दुःख, शोक, संकट, भयहारी ।। शिरडी में अवतार रचाया |चमत्कार से तत्व दिखाया ।। कितने भक्त चरण पर आये |वे सुख शान्ति चिरंतन पाये ।। भाव धरै जो मन में जैसा |पावत अनुभव वो ही वैसा…