ग़ज़ब मेरे खाटू वाले ग़ज़ब थारे ठाठ निराले भजन कन्हैया मित्तल द्वारा गाया गया है जो खाटू श्याम जी के प्रसिद्ध भजनों में से एक है। इस भजन के जरिए भक्त खाटू श्याम जी को सेठों का सेठ बताकर उनकी महिमा का गुणगान करता है ।
ग़ज़ब मेरे खाटू वाले ग़ज़ब थारे ठाठ निराले
सेठों के सेठ बाबा श्याम हैं,गजब मेरे खाटू वाले
गजब थारे ठाठ निराले,सेठों के सेठ बाबा श्याम हैं॥
खाटू जाने वाले हर,प्रेमी को तारा है,
सारी दुनिया में गूंजे,इनका जयकारा है।
श्याम प्रेमियों का दुनिया,में एक ही नारा है,
हारे का सहारा,बाबा श्याम हमारा है॥
गजब थारे ठाठ निराले,सेठों के सेठ बाबा श्याम हैं॥
सबसे पहले बाबा,तेरा काम बनाएंगे,
काम बनाकर,खाटू में तुझको बुलवाएंगे।
खाटू में तेरा प्यारे,जीसा लग जाएगा,
झूम झूम कर,तू भी प्यारे ये ही गायेगा॥
गजब थारे ठाठ निराले,सेठों के सेठ बाबा श्याम हैं॥
जिसने भी बाबा की पावन,ज्योत जलायी है,
पल में उसने श्याम धनी से,खुशियाँ पाई है।
होली और दिवाली,वो तो रोज मनाएगा,
खुश होकर के श्याम,धनी की महिमा गायेगा॥
गजब थारे ठाठ निराले,सेठों के सेठ बाबा श्याम हैं॥
कहे कन्हैया एक बार,जय श्री श्याम बोलकर देख,
किस्मत के ताले को,एक बार खोलकर देख।
जिसका कोई नहीं जगत में,उसके बाबा श्याम,
श्याम जगत का एक ही,मालिक खाटू वाले श्याम॥
गजब थारे ठाठ निराले,सेठों के सेठ बाबा श्याम हैं॥