मेरी अंखियों के सामने ही रहना माँ शेरों वाली जगदम्बे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना माँ ( माता ) शेरों वाली जगदंबे।
हम तो हैं चाकर में या तेरे दरबार के
भूखे हैं हम तो मैया बस तेरे प्यार के
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरों वाली जगदंबे
विनती हमारी अब करो मंजूर मां
चरणो से हमको कभी करना ना दूर माँ
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
मुझे जान के अपना बालक सब भूल तू मेरी भुला देना
शेरावाली जगदंबे आंचल में मुझे छुपा लेना
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे
तुम हो शिवजी की शक्ति मैया शेरावाली
तुम हो दुर्गा हो अम्बे मैया तुम हो काली
बन के अमृत की धार सदा बहना, ओ शेरों वाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे (x2)
तेरे बाल को तभी मां सबर आए ,
जहां देख मां तू ही तू बस नजर आए ,
मुझे इसके सिवा कुछ ना कहना हो मां शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरोवाली जगदंबे (x2)
दे दो मुझे भक्ति का दान मैया जी
लक्खा गाता रहे तेरा गुणगान मैया की है,
भजन तेरा भक्तों का गहना हो शेरावाली जगदंबे
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे (x2)
मेरी अंखियों के सामने ही रहना मां शेरावाली जगदंबे भजन एक भक्त की आस्था को व्यक्त करता है पंक्तियों के जरिए भक्त खुद को माता के दरबार का नौकर बताकर देवी को अपनी आंखों के सामने रहने की दुआ कर रहा है.